नव-बिहार समाचार, नवगछिया/भागलपुर : पुलिस जिला नवगछिया अंतर्गत बिहपुर थाना क्षेत्र के झंडापुर महादलित टोले में तीन दिनों पूर्व हुई एक ही परिवार के तीन लोगों की
नृशंस हत्या मामले के पुलिस के हाथ अब तक खाली के खाली ही पड़े हैं। जबकि इस घटना के उद्भेदन और हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए डीआइजी विकास वैभव के निर्देश पर पुलिस की छह सदस्यीय टीम गठित की गई है। फिर भी अब तक न तो घटना का कारण पता चल पाया है और न ही किसी की गिरफ्तारी ही हो पायी है।
इस टीम में नवगछिया एसडीपीओ मुकुल कुमार रंजन, खरीक थानाध्यक्ष सुदीन राम, गोपालपुर थानाध्यक्ष जयप्रकाश सिंह, परबत्ता थानाध्यक्ष शिव कुमार यादव, झंडापुर ओपी प्रभारी जवाहरलाल सिंह सहित दो अन्य पुलिस अधिकारी शामिल हैं। पुलिस का दावा है कि 24 घंटे में घटना का खुलासा कर दिया जाएगा।
नवगछिया एसपी पंकज सिन्हा ने बताया कि पुलिस इस घटना के उद्भेदन के करीब पहुंच चुकी है। संदिग्धों की गिरफ्तारी के लिए नवगछिया, कटिहार, खगड़िया, पूर्णिया, मुंगेर, मधेपुरा सहित अन्य जिलों में छापेमारी की जा रही है। हत्यारों की पहचान हो चुकी है। गिरफ्तारी के बाद हत्या का कारण सहित अन्य मामले सामने आ जाएंगे। घटना में गंभीर रूप से घायल बिंदी कुमारी की स्थिति अभी तक नाजुक बनी हुई है। स्वस्थ्य होने पर ही उसका बयान दर्ज किया जाएगा।
वहीं एसडीपीओ मुकुल कुमार रंजन ने बताया कि घटनास्थल के आसपास के लोगों में पूरी तरह से मुर्दानगी छायी हुई है। जहां कोई भी कुछ बता ही नहीं पा रहा है। फिर भी पुलिस काफी प्रयास कर रही है।
यह है मामला
पुलिस जिला नवगछिया के बिहपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत झंडापुर महादलित टोले में गत शनिवार की देर रात अज्ञात दरिंदों ने एक ही परिवार के चार लोगों का गला रेत दिया था, जिसमें कनिक उर्फ गायत्री राम (55) व उसकी पत्नी मीना देवी (50) व दस वर्षीय पुत्र छोटू की मौत हो गई थी। 14 वर्षीय किशोरी विंदी कुमारी को गंभीर हालत में पीएमसीएच पटना रेफर किया गया था, जो वहां अब भी जिंदगी और मौत के बीच झूल रही है। अपराधियों ने कनिक राम की आंखें भी निकाल ली थी।
घटना की नृशंसता को देखकर लग रहा था कि अगर उस दौरान घर में और भी कोई होता तो हत्यारे उसे भी नहीं बख्शते। कनिक राम के दो बेटे अखिलेश व संतोष जो घटना के वक्त बाहर थे, जो सुरक्षित बचे हैं। मामले में बेटे के बयान पर अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। अपने बयान में कनिक के बेटे ने पुलिस को बताया था कि दो दिनों पूर्व उसके पिता को किसी ने धमकी दी थी। हालांकि वह धमकी देने वालों का नाम, पता नहीं बता सका। इस घटना को लेकर टोले वाले भी चुप्पी साध रखे हैं। इसमें अभी तक पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला है।
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