नव-बिहार न्यूज नेटवर्क (NNN), सहरसा। निगरानी की टीम ने बुधवार को रिश्वत की राशि दो लाख 57 हजार रुपये के साथ सोनवर्षा राज और सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के मनरेगा पीओ राजीव रंजन को रंगेहाथ दबोच लिया। निगरानी टीम गिरफ्तार कर उसे अपने साथ पटना ले गई।
निगरानी डीएसपी गोपाल पासवान के नेतृत्व वाली नौ सदस्यीय टीम ने पीओ के पास से रिश्वत की 2.57 लाख और शहर के कायस्थ टोला स्थित उनके आवास से 1.93 लाख रुपया बरामद किया। मूल रूप से सोनवर्षा प्रखंड में पदस्थापित पीओ राजीव को सिमरी बख्तियारपुर का अतिरिक्त प्रभार मिला था।
वह शहर के वार्ड 30 स्थित कायस्थ टोला मोहल्ले में किराये के मकान में रहते थे। पीओ के खिलाफ मनरेगा मेठ सरोजा निवासी राजेश कुमार यादव ने 23 अगस्त को निगरानी की टीम से शिकायत की थी। शिकायत में परिवादी ने पशु शेड के निर्माण के लिए लाभुकों से रिश्वत मांगने की बात कही थी।
पशु शेड के लिए 14 लाभुकों को मिलने वाली 1.30 लाख रुपये की राशि में से प्रति लाभुक 14 फीसदी रिश्वत की मांग की गयी थी। इसके बाद विभाग ने सिपाही मोहन पांडे द्वारा 31 अगस्त और एक सितंबर को शिकायत की पुष्टि कराकर मामला दर्ज किया। निगरानी की टीम ने बुधवार को पीओ को पकड़ने की रणनीति तैयार की और परिवादी राजेश कुमार यादव द्वारा रिश्वत देते हुए पूर्व से मौजूद नौ सदस्यीय टीम ने रंगेहाथ रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया। पीओ को पूछताछ के लिए पटना ले जाया गया। पीओ की गिरफ्तारी के बाद मनरेगा और डीआरडीए के अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच हड़कंप मच गया है।
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