नव-बिहार न्यूज नेटवर्क (NNN), पटना। बिहार के मुख्यमंत्री सह जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी के साथ ही एनडीए के अन्य दलों के नेताओं-कार्यकर्ताओं को लोकसभा चुनाव के पूर्व खुश तथा उत्साहित होने का मौका दे दिया है। रविवार को एक अणे मार्ग में जदयू के राज्य कार्यकारिणी की महत्वपूर्ण बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य मंत्रिमंडल का दशहरा बाद विस्तार किया जाएगा।
नीतीश कुमार ने कहा कि बोर्ड-आयोग और जिलास्तरीय बीस सूत्री कमेटियों का भी जल्द गठन होगा, वे इसपर काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री की इस घोषणा से स्पष्ट है कि जल्द राज्य मंत्रिमंडल के रिक्त पदों को भरा जाएगा। फिलहाल सीएम, डिप्टी सीएम सहित राज्य में 28 मंत्री हैं। मंजू वर्मा के इस्तीफे के बाद मंत्रिमंडल में अधिकतम आठ लोगों को शामिल करने की गुंजाइश है। गत वर्ष जुलाई के आखिर में एनडीए के सरकार गठन के बाद यह पहला मंत्रिमंडल विस्तार होगा। वहीं, बोर्ड-निगम और आयोग के साथ ही बड़ी संख्या में जदयू कार्यकर्ताओं को जिलास्तरीय बीस सूत्री कमेटियों में जगह मिलने के आसार हैं। जदयू-भाजपा के बीच इन पदों पर हिस्सेदारी विधानसभा सीटों की संख्या के आधार पर तय होने के आसार हैं।
सीट शेयरिंग को लेकर निश्चित रहें जदयू कार्यकर्ता
पार्टी नेताओं को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि एनडीए में सीट शेयरिंग को लेकर जदयू कार्यकर्ता निश्चित रहें। सम्मानजनक समझौता होगा। बातचीत अंतिम चरण में है। सैद्धांतिक घोषणा बाकी है। राज्य कार्यकारिणी की बैठक के बाद प्रेस कांफ्रेंस में राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह ने कहा कि सीट बंटवारे का मामला अंतिम पड़ाव पर है। सप्ताहभर में इसकी घोषणा हो जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि पहले सीटों की संख्या पर सहमति बनेगी और शीर्षस्तर पर इसकी घोषणा की जाएगी। उसके बाद कौन सी सीट किसको और कौन कहां के प्रत्याशी की नीति पर काम किया जाएगा। मंत्रिमंडल विस्तार के बाद पूछे जाने पर जदयू के राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह ने कहा कि कैबिनेट का बिस्तार कब होगा, जदयू कोटे से कितने नये मंत्री बनेंगे, कुल संख्या क्या होगी यह सब मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है।
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