रेवाड़ी (हरियाणा)। कहते हैं कि मौत के आने के बाद सब कुछ समाप्त हो जाता है। लेकिन क्या मुर्दो की भी कोई जात होती है। जी हां होती है, यह हम नहीं कह रहे बल्कि बुड़ौली गांव की श्मशान घाट में दाह संस्कार करने के लिए बने खाने और ऊपर लगे टैग देखकर बिल्कुल कहा जा सकता है कि मुर्दों की भी जात होती है।
दरअसल जो वीडियो वायरल हुआ है वह गांव बुड़ौली का है। यहाँ हाल ही में श्मशान घाट में टीन शेड डलाई गई थी उसमें सरपंच के फरमान के बाद यह टैग लगा दिया कि किस जाति के मुर्दे का संस्कार किस खाने में किया जाएगा। एक शख़्स इस गांव में अपने परिचित के अंतिम संस्कार में शामिल होने आया था।
उसका ध्यान इस और चला गया उसने तुरंत इसका वीडियो बनाया और वायरल कर दिया। जैसे ही यह वीडियो हमारे पास पहुंचा तो हमने गांव के सरपंच के पास फोन किया जब तक हम पहुंचते सरपंच को अपनी गलती का एहसास हो चुका था। और उसने आनन-फानन में श्मशान घाट में लगाएं गए सभी टैगों तो हटा दिया गया।
लेकिन खाने आज भी मौजूद है जो इस बात के गवाह हैं कि मुर्दों की भी जात होती है। जो जिस जात का मुर्दा होगा वह उसी खाने में जलाया जाएगा।
दरअसल जो वीडियो वायरल हुआ है वह गांव बुड़ौली का है। यहाँ हाल ही में श्मशान घाट में टीन शेड डलाई गई थी उसमें सरपंच के फरमान के बाद यह टैग लगा दिया कि किस जाति के मुर्दे का संस्कार किस खाने में किया जाएगा। एक शख़्स इस गांव में अपने परिचित के अंतिम संस्कार में शामिल होने आया था।
उसका ध्यान इस और चला गया उसने तुरंत इसका वीडियो बनाया और वायरल कर दिया। जैसे ही यह वीडियो हमारे पास पहुंचा तो हमने गांव के सरपंच के पास फोन किया जब तक हम पहुंचते सरपंच को अपनी गलती का एहसास हो चुका था। और उसने आनन-फानन में श्मशान घाट में लगाएं गए सभी टैगों तो हटा दिया गया।
लेकिन खाने आज भी मौजूद है जो इस बात के गवाह हैं कि मुर्दों की भी जात होती है। जो जिस जात का मुर्दा होगा वह उसी खाने में जलाया जाएगा।
सौजन्य
ग्राम समाचार
कोई टिप्पणी नहीं:
टिप्पणी पोस्ट करें