एसपी ने कहा गोली नहीं बच्चों के खेलने वाला साधारण मार्बल का टुकड़ा किसी ने फेंका गाड़ी पर
नवगछिया (भागलपुर)। बिहार के पुलिस जिला नवगछिया में एक बार अपराध फिर से सर चढ़ कर बोलने लगा है। जहां पुलिस की भूमिका संदिग्ध लगने लगी है। चाहे मामला इस्माइलपुर का हो या ढोलबज्जा का। जबकि नवगछिया एसपी निधि रानी ने एक संदिग्ध मामले को लेकर रंगरा ओपी प्रभारी राज कुमार सिंह सहित एक एसआई को भी तत्काल प्रभाव से निलंबित किया है।
इधर जहां इस्माइलपुर के कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय परिसर की चहारदीवारी फांदकर मनचलों द्वारा मचाये गए हुडदंग पर पुलिस की कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने से विद्यालय की बालिकायें डरी और सहमी हुई हैं। उनके अभिभावकों में रोष है। जिला पार्षद विपिन कुमार मंडल ने कहा है कि वरीय प्रशासनिक अधिकारियों से इस मामले में कार्रवाई की मांग की जाएगी।
वहीं बीती रात (30 जनवरी) को लगभग 8:45 बजे नवगछिया की जिला पार्षद नंदनी सरकार पर गोली मारकर जानलेवा हमला हुआ। इस दौरान जिला पार्षद तो बालबाल बच गई लेकिन उनकी स्कार्पियो के पीछे वाले शीशे में छेद हो गया। जिसकी सूचना तत्काल ढोलबज्जा थाना को दी गई। साथ ही मीडिया को भी इसकी जानकारी दी गई। जिसपर नवगछिया एसपी निधि रानी द्वारा बताया गया कि वहां गोली नहीं चली है, बल्कि बच्चों द्वारा खेलने वाला साधारण मार्बल का टुकड़ा किसी ने उनकी गाड़ी पर फेंका है।
जिला पार्षद नंदनी सरकार ने नवगछिया एसपी के उपरोक्त बयान को खारिज करते हुए बताया कि बच्चों के खेलने वाले मार्बल के टुकड़े से स्कार्पियो का शीशा चूर हो सकता है, उसमें होल नहीं हो सकता है। इससे दो माह पहले मुझे पुलिस के सामने जान मारने की धमकी भी दी गई थी। जिसकी प्राथमिकी भी ढोलबज्जा थाना में दर्ज है। जिस मामले पर पुलिस की कोई ठोस कार्रवाई अब तक नहीं होना, साथ ही ताजा घटनाक्रम को भ्रमित करना पुलिस की कार्यशैली पर संदेह पैदा करता है।
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