राजेश कानोडिया, नवगछिया। प्रखंड और अनुमंडल मुख्यालय नवगछिया से जिला मुख्यालय भागलपुर जाना हो या किसी रोगी को इमरजेंसी में भागलपुर ले जाना हो अथवा भागलपुर में कोई ट्रेन पकड़ने जाना हो तो सर दर्द होना लाजमी है। क्योंकि यह बीमारी स्थानीय प्रशासन के नजरिये से लाइलाज प्रतीत हो रही है। भले ही कहने और सुनाने के लिए आला अधिकारी जो भी फरमान जारी कर दें। लेकिन मामला वही ढाक के तीन पात वाला ही साबित होता है। जिसके उदाहरण स्वरूप आज भी नवगछिया भागलपुर मार्ग की स्थिति को देखा जा सकता है। जहां सुबह से ही लगातार जाम की स्थिति बनी हुई है। जिसका कोई समाधान नजर नहीं आता है। दूर दूर तक ही नहीं कई किलोमीटर तक लगातार वाहनों की कतार लगी हुई है।
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