भागलपुर। मेडिकल कॉलेज अस्पताल में शनिवार की रात 12 बजे से रविवार की शाम पांच बजे तक मात्र 17 मरीज ही इलाज कराने पहुंचे। जबकि आमतौर पर इतनी देर में 70 से 80 मरीजों का इलाज सिर्फ इमरजेंसी में किया जाता था इसमें सुबह दस बजे तक एक मरीज आया। ढाई बजे तक तीन और ढाई से पांच बजे तक 13 मरीज आए। इमरजेंसी केस भी नहीं आया। डॉक्टरों के मुताबिक हाल के दिनों में इमरजेंसी केस में भी 70 प्रतिशत सर्दी-खांसी और बुखार की शिकायत लेकर ही आते हैं।
दो रेफर मरीजों को नहीं मिल सकी एंबुलेंस वहीं कोरोना को लेकर अस्पताल में पहले से मौजूद एक एंबुलेंस को रिर्जव मोड में रखने के चलते दो मरीजों को रेफर करने के बाद वाहनों की सुविधा नहीं मिल सकी। इससे प्राइवेट एंबुलेंस में परिजनों को ज्यादा पैसे देकर ले जाना पड़ा। यहां इलाजरत दो मरीजों की मौत के बाद उन्हें भी शव वाहन की सुविधा नहीं मिल सकी।
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