नव-बिहार समाचार, नवगछिया (भागलपुर)। एसपी निधि रानी ने रविवार को एक प्रेस वार्ता कर नयाटोला नवगछिया स्थित हार्डवेयर व्यवसायी चंद्रशेखर मंडल उर्फ पप्पू मंडल की हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि 4 शूटरों ने मिलकर हत्या की थी। इसे अंजाम देने के लिए शूटरों को 50 हजार रुपए नगद और एक-एक मोबाइल देने का सौदा भी तय हुआ था।
इन 4 शूटरों में एक शूटर लवन यादव को पुलिस गिरफ्तार करने में कामयाब हो गई। पूछताछ में इसने हत्याकांड की कलई खोल दी। पुलिस ने शूटर लवन को शनिवार देर रात गोपालपुर के डुमरिया चपरघट उसके गांव से उठाया था। इस दौरान पुलिस ने उसके पास से एक कट्टा और हत्याकांड में इस्तेमाल की गई पल्सर बाइक बरामद किया है।
इन शूटरों ने नवगछिया के नया टोला वार्ड नंबर-23 में 26 फरवरी, 2020 की शाम 7:30 बजे उक्त व्यवसायी को गोली मारकर ढेर कर दिया था। उस दौरान व्यवसायी अपनी पत्नी के साथ अपने घर के गेट पर ही कुरकुरे खा रहा था। गिरफ्तार लवन के विरुद्ध पूर्व से कोई मामला दर्ज नहीं है, लेकिन पुलिस को इस बात का पुख्ता प्रमाण मिला है कि लवन भी शूटरों के गिरोह में काफी समय से सक्रिय था।
इस कांड में चिह्नत किए गए शूटरों में गोपालपुर थाना क्षेत्र के चपरघट निवासी वरुण यादव के पुत्र पियुष यादव, पचगछिया निवासी साजन सिंह, डिमहा निवासी दिलखुश यादव का नाम शामिल है। सभी का पुराना आपराधिक इतिहास है। एसपी निधी रानी ने मीडिया के सामने बताया कि इस हत्याकांड में शामिल सभी तीन अन्य शूटरों की पहचान पुलिस ने कर ली है। जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। पुलिस जल्द गिरफ्तारी का दावा किया है।
भांजे के साथ मिलकर हत्या की रची थी साजिश
राजेश यादव की पुत्री का प्रेस प्रसंग पप्पू मंडल के रिश्ते के साले के साथ चल रहा था। यह प्रेम प्रसंग राजेश और उसके परिवार वालों को नामंजूर था। यहीं से पप्पू और राजेश के बीच खुन्नस शुरू हुई थी। फिर लड़की की ऑनर किलिंग का मामला सामने आया था। इस मामले में नवगछिया थाने में 220/19 में मामला दर्ज हुआ था। जिसमें राजेश और उसके परिजनों को आरोपी बनाया गया था। इसके बाद राजेश फरार हो गया। लंबे समय तक फरार रहने के बाद घटना से 15 दिन पहले वह कोर्ट में सरेंडर करता है और हत्या की साजिश शुरू कर देता है। अररिया निवासी राजेश का भांजा मंटू यादव इस कांड में मुख्य सूत्रधार की भूमिका में था।
शूटरों को कांड में बनाया अप्राथमिकी अभियुक्त
एसपी ने बताया कि अपनी ही बेटी की हत्याकर शव को गायब करने के मामलें में जेल में बंद राजेश यादव ने अपने भांजे मंटू यादव के सहयोग से 50 हजार रुपए और एक-एक मोबाइल देने की बात कहकर चार शूटरों को हायर किया गया था।। सभी शूटरों को कांड में अप्राथमिकी अभियुक्त बनाया गया है। सभी के विरुद्ध पर्याप्त साक्ष्य हैं।
इन 4 शूटरों में एक शूटर लवन यादव को पुलिस गिरफ्तार करने में कामयाब हो गई। पूछताछ में इसने हत्याकांड की कलई खोल दी। पुलिस ने शूटर लवन को शनिवार देर रात गोपालपुर के डुमरिया चपरघट उसके गांव से उठाया था। इस दौरान पुलिस ने उसके पास से एक कट्टा और हत्याकांड में इस्तेमाल की गई पल्सर बाइक बरामद किया है।
इन शूटरों ने नवगछिया के नया टोला वार्ड नंबर-23 में 26 फरवरी, 2020 की शाम 7:30 बजे उक्त व्यवसायी को गोली मारकर ढेर कर दिया था। उस दौरान व्यवसायी अपनी पत्नी के साथ अपने घर के गेट पर ही कुरकुरे खा रहा था। गिरफ्तार लवन के विरुद्ध पूर्व से कोई मामला दर्ज नहीं है, लेकिन पुलिस को इस बात का पुख्ता प्रमाण मिला है कि लवन भी शूटरों के गिरोह में काफी समय से सक्रिय था।
इस कांड में चिह्नत किए गए शूटरों में गोपालपुर थाना क्षेत्र के चपरघट निवासी वरुण यादव के पुत्र पियुष यादव, पचगछिया निवासी साजन सिंह, डिमहा निवासी दिलखुश यादव का नाम शामिल है। सभी का पुराना आपराधिक इतिहास है। एसपी निधी रानी ने मीडिया के सामने बताया कि इस हत्याकांड में शामिल सभी तीन अन्य शूटरों की पहचान पुलिस ने कर ली है। जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। पुलिस जल्द गिरफ्तारी का दावा किया है।
भांजे के साथ मिलकर हत्या की रची थी साजिश
राजेश यादव की पुत्री का प्रेस प्रसंग पप्पू मंडल के रिश्ते के साले के साथ चल रहा था। यह प्रेम प्रसंग राजेश और उसके परिवार वालों को नामंजूर था। यहीं से पप्पू और राजेश के बीच खुन्नस शुरू हुई थी। फिर लड़की की ऑनर किलिंग का मामला सामने आया था। इस मामले में नवगछिया थाने में 220/19 में मामला दर्ज हुआ था। जिसमें राजेश और उसके परिजनों को आरोपी बनाया गया था। इसके बाद राजेश फरार हो गया। लंबे समय तक फरार रहने के बाद घटना से 15 दिन पहले वह कोर्ट में सरेंडर करता है और हत्या की साजिश शुरू कर देता है। अररिया निवासी राजेश का भांजा मंटू यादव इस कांड में मुख्य सूत्रधार की भूमिका में था।
शूटरों को कांड में बनाया अप्राथमिकी अभियुक्त
एसपी ने बताया कि अपनी ही बेटी की हत्याकर शव को गायब करने के मामलें में जेल में बंद राजेश यादव ने अपने भांजे मंटू यादव के सहयोग से 50 हजार रुपए और एक-एक मोबाइल देने की बात कहकर चार शूटरों को हायर किया गया था।। सभी शूटरों को कांड में अप्राथमिकी अभियुक्त बनाया गया है। सभी के विरुद्ध पर्याप्त साक्ष्य हैं।
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